विधानसभा में जल संवर्धन विषय पर अपने वक्तव्य में कहा
यादव के डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने प्रदेश में साढ़े सात लाख हेक्टेयर का सिंचाई का नया रकबा तैयार किया है। 22 वर्ष पूर्व जब 2003 में जब भाजपा ने मध्यप्रदेश में सरकार बनाई थी तब तक प्रदेश में सिंचाई का रकबा 7.5 लाख हेक्टेयर था। इसके बाद 22 वर्षों में भाजपा सरकार ने इसे बढ़ा कर 60 लाख हेक्टेयर सिंचित रकबे तक किया है जो बहुत बढ़ी उपलब्धि है। हमारा संकल्प है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में इन पांच वर्षों में मध्यप्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ा कर एक लाख हेक्टेयर तक किया जाएगा।
यह तथ्य मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने नियम 139 के तहत जल संवर्धन विषय पर वक्तव्य देते हुए रखे हैं। विधानसभा में नियम 139 के तहत चर्चा करते हुए पूर्व गृहमंत्री एवं खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि आजादी के बाद स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री रहते हुए सबसे पहले जल के महत्व को प्रतिपादित किया। प्रधानमंत्री माननीय
नरेंद्र मोदी ने जल गंगा संवर्धन और जल जीवन मिशन को देश में आरंभकिया जिसका परिणाम है कि हर घर नल जल योजना मूर्त रूप ले रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार लगातार ऊंचाइयां छू रही है और जल संरक्षण के लिए उनके द्वारा प्रारंभ की गई योजनाएं मध्य प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगीं। हम सभी जानते है कि हमारी प्रमुख सभ्यताएं जल निकायों के आस पास विकसित हुई है। जीवन का आधार, आर्थिक स्थिरता, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समानता बिना जल जीवन के संभव नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मात्र डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में 7.5 लाख हेक्टेयर नया सिंचाई रकवा मध्यप्रदेश में बना है। वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के पहले सिंचाई का रकबा लगभग नगण्य था।


                                    

